tag:blogger.com,1999:blog-2537921056497447462.post7173748402558578646..comments2016-01-21T06:59:08.891-08:00Comments on govindthakre: मेरी बातtinka tinka sukhhttp://www.blogger.com/profile/11181930250339521058noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2537921056497447462.post-85194733676198593942016-01-21T06:59:08.891-08:002016-01-21T06:59:08.891-08:00कथाकार रवींद्र कालिया जी को विनम्र श्रृद्धांजलि......कथाकार रवींद्र कालिया जी को विनम्र श्रृद्धांजलि... <br /><br />समाज जिसे खुलकर कहने की स्वीकृति नहीं देता, उस अनकहे को बड़ी खूबसूरती से कालिया जी ने अपनी रचनाओं में अभिव्यक्ति दी है। नौ साल छोटी पत्नी... कहानी जैसी उनकी अनेक रचनाएं इसका सटीक उदाहरण हैं। सोचता था उम्र के अंतर की कथा शायद उनका अपना अनुभव हो, लेकिन ममता कालिया जी और उनके बीच उम्र में मात्र दो वर्ष का ही अंतर है। कहानी पढऩे के बाद लगा श्रेष्ठ रचनाकार वही होता है, जो खुद के हर अहसास को सबका बना दे। यहां जबलपुर के साहित्यकार ज्ञानरंजन जी की कहानी की परिभाषा उल्लेखनीय है कि तनाव और संतुलन के बीच विजन की तलाश ही कहानी है।Govind Thakre https://www.blogger.com/profile/17569688763004301344noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2537921056497447462.post-52903468721596250452010-12-06T01:27:49.531-08:002010-12-06T01:27:49.531-08:00स्वागत है आपका.स्वागत है आपका.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.com